भक्ति को बाग़ लगाओ भजन लिरिक्स | Bhakti Ko Baag Lagaao Bhajan Lyrics
नमस्कार , क्या आप ढूंढ रहे है ? अगर हां ! तो आप एक दम सही वेबसाइट पर आये है , ये वेबसाइट हमने उन सभी भक्तो के लिए बनाई है जो भजन , आरती सुनते रहते है
आओ बिना समय गवाए हम देखते है भक्ति को बाग़ लगाओ भजन लिरिक्स | Bhakti Ko Baag Lagaao Bhajan Lyrics
भक्ति को बाग़ लगाओ भजन लिरिक्स, Bhakti Ko Baag Lagaao Nirguni Chetavani Bhajan Lyrics
।। दोहा ।।
कबीर माया मोहिनी, जैसी मीठी खांड।
सतगुरु की किरपा भई, नहीं तौ करती भांड॥
~ भक्ति का बाग़ लगाओ ~
भक्ति का बाग़ लगाओ।
मेवा निपजे रे अनंत सुमार ,
भक्ति का बाग़ लगाओ।
इस काया की जमीन बनाओ ,
सूरत नूरत दोनों बेल जुटाओ।
बाओ रे सुखमय सीर ,
भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
मन माली ने रखलो हाली ,
तेरे बाग़ की करे रखवाली।
करे बाग़ की सार ,
भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
इस काया में बस रहया ठाकुर ,
जिनकी करलो पूरी चाकर।
ले चले बैकुण्ठ ,
भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
धन सुख राम बढ़ाओ गावे ,
हे कोई हरिजन बाग़ लगावे।
उत्तरे भव जल पार ,
भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
जरूर देखे :- साधु भाई सत्संग बाग लगाया
जरूर देखे :- साधु भाई सतसंग अमृत धारा
Nirguni Chetavani Bhajan Lyrics
Nirguni Chetavani Bhajan Lyrics
~ Bhakti Ko Baag Lagaao ~
bhakti ka baag lagao.
meva nipje re annat sumar,
bhakti ka baag lagao.
es kaya ki jamin banao,
surat nurat dono bel jutao.
bao re sukhmay seer,
bhakti ka baag lagao.
man mali ne rakhalo hali,
tere baag ki kare rakhwali.
kare baag ki saar,
bhakti ka baag lagao.
is kaya me bas rahaya thakur,
jinki karlo puri chakar.
le chale baikunth ,
bhakti ka baag lagao.
dhan sukh ram badhao gave,
hai koi harujan bag lagave.
uttare bhav jal paar,
bhakti ka baag lagao.
जरूर देखे :- साधो भाई सतसंग मोक्ष द्वारा
जरूर देखे :- साधो भाई सत्संग भाव समाई
निर्गुणी चेतावनी भजन लिरिक्स
निर्गुणी चेतावनी भजन लिरिक्स
~ भक्ति को बाग़ लगाओ ~
भक्ति का बाग़ लगाओ।
मेवा निपजे रे अनंत सुमार ,भक्ति का बाग़ लगाओ।
इस काया की जमीन बनाओ ,
सूरत नूरत दोनों बेल जुटाओ।
बाओ रे सुखमय सीर , भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
मन माली ने रखलो हाली ,
तेरे बाग़ की करे रखवाली।
करे बाग़ की सार ,भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
इस काया में बस रहया ठाकुर ,
जिनकी करलो पूरी चाकर।
ले चले बैकुण्ठ ,भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
धन सुख राम बढ़ाओ गावे ,
हे कोई हरिजन बाग़ लगावे।
उत्तरे भव जल पार ,भक्ति का बाग़ लगाओ। टेर। …
भजन :- भक्ति का बाग़ लगाओ |
गायक :- जोग भारती |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
जरूर देखे :- साधु भाई सतसंग सत जाणी
जरूर देखे :- मन रे सत्संग आनंद पाई
आशा है आपको हमारी मेहनत पसंद आई होगी , अगर आपको लगता है की हमने अच्छा काम किया है तो कृपया इस पोस्ट को अपने उन सभी दोस्तों या परिवार वालो के साथ शेयर करो जो भक्ति को बाग़ लगाओ भजन लिरिक्स | Bhakti Ko Baag Lagaao Bhajan Lyrics की तलाश में है। ऐसे ही दूसरे पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट में दिए गए सर्च बॉक्स का उपयोग कर सकते है , यदि आपको किसी भजन के लिरिक्स नहीं मिले तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। धन्यवाद